नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उनका गिरोह के अन्य सदस्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) को और नए अहम जानकारी का खुलासा हुआ है। ईडी ने बताया कि गैंगस्टर हर महीने अपने करीबी इकबाल कासकर सहित अपने रिश्तेदार भाई बहनों को 10-10 लाख रुपए भेजता था। इकबाल को ईडी ने जांच के बाद लंदन मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
इस गैंग में और भी हैं शातिर शामिल
सूत्रों के अनुसार गवाह खालिद उस्मान शेख ने दी जानकारी, जो इकबाल कासकर के बचपन के दोस्त का छोटा भाई है खालिद का मृतक बड़ा भाई अब्दुल समद इकबाल कासकर का बचपन का दोस्त था और उसने दाऊद इब्राहिम के के लिए काम करना शुरू किया था। 7 दिसंबर 1990 को दाऊद इब्राहिम गैंग और अरुण गवली गिरोह के बीच गैंगवार में अब्दुल समद मारा गया था।
दाऊद इब्राहिम इस कारण आया था मुंबई
ईडी की पूछताछ में खालिद उस्मान ने कहा कि मेरे भाई अब्दुल समद और इक्वल कासकर बचपन के दोस्त थे और उन्होंने एक साथ बहुत लंबा समय बिताया था, उसने कहा कि मेरा भाई अरुण गवली और दाऊद इब्राहिम गैंग के बीच ग्रुप में 7 दिसंबर 1990 को मारा गया था जब मेरे भाई मारा गया था एक बार तो वही में था और जब वह दुबई से भारत लौटा तो मेरी मां को देखने मुंबई आया था
उस दौरान उसने मेरे बड़े भाई को गैंगवार में मारे जाने पर दुख जताया था, तब से अब तक इकबाल कासकर ने मुझे और मेरे भाई शब्बीर उस्मान को एक बार बुलाया हमें जाना पड़ा था बता दें कि शब्बीर उस्मान मौजूदा समय में एक ड्रग मामले में गिरफ्तार होने के बाद जेल में है।
ईडी का खुलासा उससे मिलते थे रिश्तेदारों को 10 लाख रुपए
खालिद उस्मान ने बताया कि जब हम उनसे मिलने जाते थे तो हमें वह खाना खिला देते हैं और हमारे साथ एक दो घंटा समय बिताते थे, फिर हम घर वापस आते तब इकबाल कासकर ने मुझे कहा था कि दाऊद इब्राहिम अपने सभी बहन भाइयों को रिश्तेदारों को हर महीने ₹10 लाख रूपये भेजता है यह पैसा दाऊद ने अपने गुर्गों के जरिए भेजा करता था जब इकबाल कासकर ने मुझे बताया कि उन्हें भी हर महीने 10 लाख रुपए मिलते है हसीना दाऊद के नाम का इस्तेमाल करती थी हसीना पारकर खालिद उस्मान ने यह भी बताया है कि सलीम अहमद सैयद उर्फ सलीम पटेल के नाम से जाना जाता था, उसने कहा कि पटेल उसी के पड़ोस में रहता था और उस्मान ने बताया की मृतक सलीम पटेल खालिद दाऊद इब्राहिम इकबाल कसकर की बहन जिनकी मौत हो चुकी है वह हासीना पारकर के लिए ड्राइवर का काम करता था।
सलीम पटेल हसीना पारकर के लिए जमीन जायदाद को हड़पने सम्पत्ति को विवादों को निपटाने का काम करता था।हसीना पारकर ने दाऊद इब्राहीम के नाम का खूब इस्तमाल किया और काफी पैसा भी कमाया है उसने बताया कि कई बार मुंबई के बांद्रा में ऐसे फ्लैट और सलीम और हसीना पारकर ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया था।