चंडीगढ़ । 6 महीने से भी अधिक का समय बीत चुका है. किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. किसान आंदोलन के 6 महीने बीतने के उपलक्ष में किसान संगठनों ने 26 मई को काला दिवस मनाया. गौरतलब है कि इन किसान आंदोलनों की अगुवाई किसान नेता राकेश टिकैत कर रहे हैं. अब उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई और गालियां भी दी गई. इस बारे में कौशांबी थाने में शिकायत दर्ज करवा दी गई है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता प्रज्वल त्यागी ने यह शिकायत दर्ज करवाई .
उन्होंने बताया कि 4 से 26 मई तक एक ही मोबाइल नंबर से किसान नेता राकेश टिकैत को धमकी भरे संदेश आए. व्हाट्सएप पर उन्हें गालियां दी गई. उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है. अब बृहस्पतिवार को करीब रात 11:00 बजे कौशांबी थाने में इसकी शिकायत भी दर्ज करवा दी गई है. धमकी भरी व्हाट्सएप चैट का प्रिंटआउट पुलिस को दे दिया गया है. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले की पड़ताल की जा रही है, इसकी जांच के लिए सर्विलांस और साइबर सेल की टीमें भी गठित कर दी गई हैं.
चौथी बार मिली है धमकी
गौरतलब है कि इससे पहले भी किसान नेता को धमकी भरे संदेश आ चुके हैं. सबसे पहले दिसंबर में उन्हें धमकी भरे संदेश मिले थे. इस मामले में पुलिस ने बिहार निवासी एक युवक को पकड़ा भी था. दूसरी बार अप्रैल में एक युवक ने उन्हें धमकी दी थी. वह फिरोजाबाद से पकड़ा गया. तीसरी बार 1 सप्ताह पहले उन्हें धमकी मिली है. वह आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर है, लेकिन अब दोबारा से उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है. कुल मिलाकर उन्हें चार बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं, जिनमें से दो बार व्हाट्सएप द्वारा धमकी भरे संदेश दिए गए हैं.