चंडीगढ । हरियाणा में कोरोना ने धीरे-धीरे अपना असर तो कम कर दिया है, लेकिन उसके साथ ही एक नई बीमारी ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. अब हरियाणा में भी ब्लैक फंगस के मामले मिलने शुरू हो गए हैं. इसी बात को लेकर अनिल विज दुखी नजर आये. उन्होंने कहा कि फिलहाल ब्लैक फंगस की कोई भी दवाई मार्केट में नहीं है.
इसलिए इस बीमारी में इस्तेमाल आने वाले एंफोटरसिन बी इंजेक्शन को विदेशों से मंगवाने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मेदांता से प्रसिद्ध डॉक्टर नरेश त्रेहान से भी बातचीत की है. इसके अलावा रोहतक पीजीआई के डायरेक्टर को ब्लैक फंगस के लिए कमेटी बनाने के आदेश भी दिए हैं.
पीजीआई चंडीगढ़ के डायरेक्टर डॉ चटर्जी है जो कि इस प्रकार की बीमारियों के विशेषज्ञ के तौर पर जाने जानते हैं. बता दें कि इससे पहले अनिल विज ने सभी अस्पतालों में आदेश जारी किए थे कि ब्लैक सॉन्ग से पीड़ित कोई भी मरीज सरकारी अस्पताल में आता है तो तुरंत सीएमओ को सूचित किया जाए और उसका सरकारी खर्चे पर इलाज करवाया जाए.
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश की जनता से आग्रह किया कि यदि किसी भी व्यक्ति को नाक से काला पानी आता है तो वह तुरंत बिना लापरवाही के अस्पताल में अपने उपचार के लिए पहुंचे. उन्होंने कहा कि पीजीआई रोहतक में भी पिछले साल ब्लैक फंगस के 10 मरीज आए थे. जो कंपनियां ब्लैक फंगस की दवाइयां बनाती थी, उन्होंने दवाइयां बनानी बंद कर दी हैं. इसके कारण समस्याएं आ रही हैं. बता दें कि प्रदेश में अभी तक ब्लैक फंगस के कुल 268 मरीज आए हैं, जिनमें से सबसे अधिक मरीज गुरुग्राम (109) से हैं.