कुरुक्षेत्र । श्री दुर्गा देवी मंदिर के अध्यक्ष व कॉस्मिक एस्ट्रो पीपली के निर्देशक ज्योतिष वास्तु आचार्य डॉक्टर सुरेश मिश्रा ने बताया कि आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि (Navratri July 2021) शुरू होंगे. बता दे कि गुप्त नवरात्रि रवि पुष्य योग में 11 जुलाई से शुरू होंगे और नवमी नवरात्रि 18 जुलाई 2021 को समाप्त होंगे. कलस स्थापित करने का समय 11 जुलाई को सुबह 7:15 से 12:27 तक का है.
जानिये गुप्त नवरात्रि (Navratri July 2021) के महत्व और विधि के बारे मे
बता दे कि चैत्र और शारदीय नवरात्रि की तरह यह गुप्त नवरात्रों में भी मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की विधि विधान पूजा की जाती है. गुप्त नवरात्रि में पूजा का फल जल्दी और दुगना मिलता है. इन दिनों में मां जल्दी प्रसन्न होती है और भक्तों को मनोवांछित फल देते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रत्यक्ष नवरात्रि में और गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्या की पूजा की जाती है. बता दें कि इस नवरात्रि में विशेषकर शक्ति साधना, तांत्रिक क्रियाएं, मंत्रों को साधने जैसे कार्य किए जाते हैं. इस नवरात्रि में देवी भगवती वक्त विशेष नियम के साथ पूजा अर्चना करते हैं.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
कलस स्थापना शुभ मुहूर्त आरंभ : 11 जुलाई की सुबह 7:15 मिनट
कलस स्थापना शुभ मुहूर्त समाप्त : 11 जुलाई की दोपहर 12 बजकर 27 मिनट