हाल ही में मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की बीच सड़क पर गोली मार कर हत्या कर दी गयी है| सिद्धू मूसेवाला एक बहुत ही मशहूर पंजाबी गायक है जो अपने बेबाक लिरिक्स को लेकर हमेशा से ही चहरचा में बने रहते है| हाल ही में सिद्धू मूसेवाला का एक गाना आया था जिसमे उन्होंने सर्कार को लेकर काफी बड़े बयां दिए थे| इस गाने में सिद्धू ने सर्कार को लेकर काफी बड़े खुलासे भी किये थे जसिके बाद उनका यह गाना काफी हिट हुआ था और इसी गाने की वजह से सरकार पर काफी सवाल भी उठाये गए थे| माना जा रहा है की सिद्धू मूसेवाला की हत्या बिश्नोई गैंग के शूटर्स ने प्लान किया था जिसमे वह कामयाब भी रहे| सिद्धू मूसे वाला से पहले भी 2 पंजाबी गायको की हत्या भी बिलकुल इसी प्रकार हुई थी | इन गायको के बारे में बताने से पहले हम आपको बता दे की सिद्धू मूसेवाला कांग्रेस पार्टी से भी जुड़े हुए थे और जिन 2 गायको के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो भी राजनीती से ताल्लुक रखते थे |
पहले भी इसी तरह से हो चुकी है 2 गायको की हत्या
जिस प्रकार सिद्धू मूसेवाला की सारा आम बीच सड़क पर गोली मार कर हत्या कर दी गयी उसी प्रकार पंजाब के २ गायक ऐसे भी है जिनकी हत्या भी आज तक सिर्फ एक राज है| सिद्धू मूसे वाला एक बेहतरीन गायक थे जो अपने गांव को लेकर हमेशा से ही चर्चा में बने रहते थे | सिद्धू ने काफी काम उम्र में ही अपनी गायकी के बलबूते 28 साल की उम्र में ही बड़ा नाम बना लिया था | जिस प्रकार सिद्धू मूसेवाला अपनी गायकी को लेकर प्रचलित थे उसी प्रकार पंजाब में 80 के दशक में अमर सिंह चमकीला और सुरजीत बिंदरखिया ने भी अपना नाम बना लिया था | यह दोनों गायक भी अपने समय एक बहुत ही मशहूर गायको में से एक थे जिसमे से सुरजीत ने अपने नाम एक गिनिस रिकॉर्ड भी हासिल किया है |
सिद्धू मूसेवाला के अलावा चमकीला और सुरजीत की भी इसी प्रकार हुई थी हत्या
अमर सिंह चमकीला और सुरजीत अपने समय के बहुत ही मशहूर गायक थे जिन्होंने अपने गानों के डैम पर एक अलग पहचान हासिल की थी| जिस प्रकार सिद्धू मूसेवाल की हत्या बीते रविवार को बीच सड़क ओर कर दी गयी उसी प्रकार अमर सिंह चमकीला की भी हत्या बीच सड़क पर एक मोटरसाइकिल गैंग ने कर दी थी | माना जा रहा था की अमर सिंह अपने गानों से अपने दिल की बात कह देते थे जिसकी वजह से लोगो में काफी आक्रोश उत्पन्न हो जाता था | सुरजीत भी अपनी गायकी को लेकर अपने समय में चर्चा में बने रहते थे और 2003 में उन्हें भी गोलियों से भून कर उनकी हत्या कर दी गयी थी | इन दिनी गायको की मौत भी आज तक सिर्फ एक राज है जो आज तक कभी उजागर नहीं हुआ है |